Aaj ka Suvichar
वह जो चाहे वो पा सकता है…”
jisake paas dhairy hai,
vah jo chaahe vo pa sakata hai…
और इसी से आपके ज़िन्दगी का महत्त्व निर्माण होता है।”
परंतु कर्म के बिना सुख नहीं मिलता।
जिस तरह से वे है बल्कि हम चीजो को
उस तरह से देखते है जिस तरह के हम है।
इसलिए श्रम को सकारात्मक बनाएं विनाशक नहीं।
श्रम एक अपराधी भी करता है,
लेकिन उसका लक्ष्य सिर्फ किसी को नुकसान पहुंचाना या फिर उसकी जान लेना ही होता है।”
अपने तरीकों को बदलों अपने इरादों को कभी नहीं।।”
वह जो चाहे वो पा सकता है…”