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पिछले सात महीनों में सातवीं बार राष्ट्र को संबोधन में श्री मोदी ने कहा कि जनता कफ्र्यू से आज तक कोरोना से भारत की लड़ाई लंबा सफर तय कर चुकी है। उन्होंने कहा कि महामारी की वैक्सीन बनने तक यह लड़ाई कमजोर नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने लोगों को याद दिलाया कि लॉकडाउन भले ही खत्म हो गया लेकिन वायरस अभी तक नहीं गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे सब सेवा परमो धर्म: के मंत्र पर चलते हुए विशाल जनसमुदाय की नि:स्वार्थ सेवा कर रहे हैं। श्री मोदी ने सभी से अपील की कि त्योहार मनाने के दौरान सतर्क रहें। श्री मोदी ने कहा कि दुनिया की तुलना में भारत में ज्यादा लोगों की जान बचाई जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब देश में 90 लाख से अधिक बिस्तर, 12 हजार क्वारंटीन केंद्र और दो हजार कोविड प्रयोगशालाएं उपलब्ध हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत विश्व के संसाधन समृद्ध देशों की तुलना में अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों की जान बचाने में सफल हो रहा है। जांच की बढ़ती संख्या कोविड महामारी से लड़ाई में प्रमुख ताकत रही है। उन्होंने कहा कि देश में मृत्यु दर कम है और स्वस्थ होने की दर अच्छी है। ऐसे प्रयास किए जाएंगे कि कोविड वैक्सीन सब लोगों तक पहुंचे। प्रधानमंत्री ने मीडिया से जागरुकता फैलाने की अपील की।