Love Shayari

फलसफा समझो न असरारे सियासत समझो,

फलसफा समझो न असरारे सियासत समझो,
जिन्दगी सिर्फ हकीक़त है हकीक़त समझो,
जाने किस दिन हो हवायें भी नीलाम यहाँ,
आज तो साँस भी लेते हो ग़नीमत समझो।

Falsafa Samjho Na Asraar-e-Siyasat Samjho,
Zindagi Sirf Hakiqat Hai Hakiqat Samjho,
Jaane Kis Din Hon Hawayein Bhi Neelam Yahan,
Aaj To Saans Bhi Lete Ho Ghaneemat Samjho.


दिल में ना हो जुर्रत तो मोहब्बत नहीं मिलती

दिल में ना हो जुर्रत तो मोहब्बत नहीं मिलती
खैरात में इतनी बड़ी दौलत नहीं मिलती।

बहुत नायाब होते हैं

बहुत नायाब होते हैं 
जिन्हें हम अपना कहते हैं,
चलो तुमको इज़ाजत है 
कि तुम अनमोल हो जाओ।

जन्नत-ए-इश्क में हर बात

जन्नत-ए-इश्क में हर बात
अजीब होती है,
किसी को आशिकी तो 
किसी को शायरी नसीब होती है।

रूबरू मिलने का मौका

रूबरू मिलने का मौका 
मिलता नहीं है रोज,
इसलिए लफ्ज़ों से तुमको 
छू लिया मैंने।

वो रख ले कहीं अपने

वो रख ले कहीं अपने 
पास हमें कैद करके,
काश कि हमसे कोई 
ऐसा गुनाह हो जाये।

मोहब्बत नाम है जिसका

मोहब्बत नाम है जिसका 
वो ऐसी क़ैद है यारों,
कि उम्रें बीत जाती हैं 
सजा पूरी नहीं होती।

संभाले नहीं संभलता है दिल

संभाले नहीं संभलता है दिल,
मोहब्बत की तपिश से न जला,
इश्क तलबगार है तेरा चला आ,
अब ज़माने का बहाना न बना।

मुझ में लगता है

मुझ में लगता है 
कि मुझ से ज्यादा है वो,
खुद से बढ़ कर मुझे रहती है 
जरुरत उसकी।

कोई रिश्ता जो न होता

कोई रिश्ता जो न होता, 
तो वो खफा क्यों होता?
ये बेरुखी, 
उसकी मोहब्बत का पता देती है।

राज़ खोल देते हैं

राज़ खोल देते हैं 
नाजुक से इशारे अक्सर,
कितनी खामोश 
मोहब्बत की जुबान होती है।

न जाहिर हुई तुमसे और न ही बयान हुई हमसे

न जाहिर हुई तुमसे और न ही बयान हुई हमसे,
बस सुलझी हुई आँखो में उलझी रही मोहब्बत।

कुछ ख़ास जानना है तो प्यार कर के देखो

कुछ ख़ास जानना है तो प्यार कर के देखो,
अपनी आँखों में किसी को उतार कर के देखो,
चोट उनको लगेगी आँसू तुम्हें आ जायेंगे,
ये एहसास जानना है तो दिल हार कर के देखो।