Aaj ka Suvichar

क्रोध मनुष्य का विवेक समाप्त कर देता है

क्रोध मनुष्य का विवेक समाप्त कर देता है,

और सामान्य तौर पर क्रोध में लिए गए निर्णय अन्तंतः

अनुचित सिद्ध होते हैं।

Krodh Manushy Ka Vivek Samaapt Kar Deta Hai,

Aur Saamaany Taur Par Krodh Mein Lie Gae Nirnay Antantah

Anuchit Siddh Hote Hain.


गलत तरीके अपना कर सफल होने से यही बेहतर है

गलत तरीके अपना कर सफल होने से यही बेहतर है,

सही तरीके के साथ काम करके असफल होना।

बुराई से असहयोग करना मानव का पवित्र कर्तव्य है

बुराई से असहयोग करना मानव का पवित्र कर्तव्य है।

– महात्मा गांधी सुविचार

चुनौतिया ही जिंदगी को रोमांचक बनाती है

चुनौतिया ही जिंदगी को रोमांचक बनाती है 

और इसी से आपके ज़िन्दगी का महत्त्व निर्माण होता है।

जीवन न तो भविष्य में है

जीवन न तो भविष्य में है,

और न ही भूतकाल में है,

जीवन तो सिर्फ वर्त्तमान में ही है.

कर्म सुख भले ही न ला सके

कर्म सुख भले ही न ला सके,

परन्तु कर्म के बिना सुख नहीं मिलता.

हम चीजो को उस तरह से नही देखते

हम चीजो को उस तरह से नही देखते,

जिस तरह से वे है बल्कि हम चीजो को,

उस तरह से देखते है जिस तरह के हम है।

लगातार श्रम करना ही आपकी सफलता का साथी है

लगातार श्रम करना ही आपकी सफलता का साथी है,

इसलिए श्रम को सकारात्मक बनाएं विनाशक नहीं। 

श्रम एक अपराधी भी करता है, 

लेकिन उसका लक्ष्य सिर्फ किसी को नुकसान पहुंचाना या फिर उसकी जान लेना ही होता है।

अपनी जिंदगी में अगर वाकई कुछ हासिल करना है तो

अपनी जिंदगी में अगर वाकई कुछ हासिल करना है तो,

अपने तरीकों को बदलों अपने इरादों को कभी नहीं ।

जिसके पास धैर्य है

जिसके पास धैर्य है,

वह जो चाहे वो पा सकता है…